भारतीय सरकारी अधिकारियों की सैलरी: नरेंद्र मोदी से लेकर सभी की सरकारी इनकम

सरकारी अधिकारियों का वेतन:
हर कोई जानना चाहता है कि भारतीय सरकारी अधिकारियों का वेतन कितना है। सबसे पहले लोग अपने प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति की सैलरी जानना चाहते हैं। भारत में सरकारी अधिकारियों को सरकारी इनकम और वेतन प्रदान किया जाता है और इसमें विभिन्न भत्ते और लाभ शामिल होते हैं।

प्रधानमंत्री की सैलरी:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य मंत्रियों का वेतन भारतीय संविधान के अनुच्छेद 75 के तहत संसद द्वारा निर्धारित होता है। प्रधानमंत्री का मूल वेतन रुपये 160,000 प्रति माह है, जो कि विभिन्न भत्तों और लाभों के साथ है।

इस प्रकार, भारतीय सरकारी अधिकारियों को उच्च और समर्पित वेतन प्रदान किया जाता है, जिससे वे देश की सेवा में लगे रहते हैं। इन सैलरी और लाभों की जानकारी से लोगों को यह समझने में सहायता मिलती है कि सरकारी अधिकारी कितने समर्पित और जिम्मेदारीपूर्ण होते हैं।

राष्ट्रपति की सैलरी:
भारतीय राष्ट्रपति को मासिक वेतन 1,050,000 रुपये है, जिसमें अन्य भत्ते और लाभ शामिल हैं। उन्हें भारतीय वायुसेना के पायलटों के साथ बोइंग 777-300ERs विमान, व्यय, आवास, चिकित्सा, भुगतान आदि की सुविधा होती है।

उपाध्यक्ष की सैलरी:
उपराष्ट्रपति का मूल वेतन 1,25,000 रुपये है, जिसमें अन्य सुविधाएं शामिल हैं। उन्हें परिवहन, आवास, और चिकित्सा की सुविधा भी मिलती है। उपराष्ट्रपति की भी सरकारी इनकम और मंथली सैलरी में सिर्फ 1,25,000 मूल वेतन शामिल है इसके अलावा इनके भत्ते और लाभ अलग मिलते है।

प्रधानमंत्री की सैलरी:
भारतीय प्रधानमंत्री की सरकारी इनकम और मूल वेतन 160,000 रुपये है, जिसमें अन्य भत्ते और सुविधाएं शामिल हैं। उन्हें स्वास्थ्य बीमा, विमान सुरक्षा, और विशेष सुरक्षा की भी सुविधा होती है।

मुख्यमंत्री दिल्ली- अरविंद केजरीवाल की सैलरी:
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रति माह 4,00,000 रुपये का वेतन मिलता है, जिसमें विभिन्न भत्ते और लाभ शामिल हैं।

सरकारी अधिकारियों के वेतन विवरण:

पद मूल वेतन (प्रति माह) अन्य भत्ते और लाभ
प्रधानमंत्री रुपये 160,000 भत्ते, व्यय, दैनिक भत्ते
राष्ट्रपति रुपये 1,050,000 भत्ते, व्यय, संसदीय निर्वाचन
मुख्यमंत्री रुपये 4,00,000 व्यय, सांसद भत्ता, भुगतान
राज्यपाल रुपये 3,50,000 अनुलाभ, सुरक्षा, चिकित्सा
संसद सदस्य रुपये 1,00,000 संसद सदस्य भत्ता, पेंशन

राज्यों के राज्यपाल की सैलरी:
किसी राज्य के राज्यपाल की सैलरी अनुलाभों और लाभों सहित 3.5 लाख रुपये है, जो 5 साल के कार्यकाल के लिए होती है।

संसद सदस्य की सैलरी:
संसद सदस्यों को प्रति माह 1 लाख रुपये का वेतन और अन्य सुविधाएं मिलती हैं, जो संसद सदस्य भत्ता और पेंशन अधिनियम, 1954 के तहत होती हैं।

इस प्रकार, भारतीय सरकारी अधिकारियों को उच्च और समर्पित वेतन प्रदान किया जाता है, जिससे वे देश की सेवा में लगे रहते हैं। इन सैलरी और लाभों की जानकारी से लोगों को यह समझने में सहायता मिलती है कि सरकारी अधिकारी कितने समर्पित और जिम्मेदारीपूर्ण होते हैं।

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